The Ultimate Guide To shri shiv chalisa lyrics

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अर्थ- हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमददेवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।

चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।

शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.

तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय महं डेरा।।

जय जय जय अनंत अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी ॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रच्छक काहू को डर ना।।

किया उपद्रव तारक भारी । देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥

शिव भजन

शिव चालीसा करने से भगवान शिव आप में उन सभी गुणों को भर देते हैं जो कि आप को सफल read more बनाने के लिए आवश्यक है इसीलिए शिव चालीसा का पाठ करने से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी तथा सभी समस्याओं का निराकरण हो जाएगा।

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

अंत काल रघुबर पुर जाई। जहां जन्म हरिभक्त कहाई।।

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